गोवा के पद्मनाभ पीठाधीश्वर सद्गुरु ब्रह्मेशानंदाचार्य भारतीय संस्कृति और सनातन धर्म को वैश्विक पटल पर लाने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं। वर्ष 2025 में दुबई में आयोजित होने जा रहे ‘ग्लोबल स्पिरिचुअल फेस्टिवल’ में हजारों लोग हिस्सा लेंगे।
19 जनवरी से 21 जनवरी तक चलने वाले इस भव्य आयोजन में प्रवासी भारतीय, उद्योगपति, कैबिनेट कानून मंत्री, सांस्कृतिक मंत्री, और गोवा के मुख्यमंत्री डॉ. प्रमोद सावंत जैसे कई गणमान्य व्यक्तित्व शामिल होंगे। यह आयोजन भारतीय संस्कृति, सभ्यता और आध्यात्मिकता को दुनियाभर में प्रचारित करने का एक अद्वितीय प्रयास है।
गोवा स्पिरिचुअल टूरिज्म का बढ़ता प्रभाव
सद्गुरु ब्रह्मेशानंदाचार्य कई वर्षों से गोवा में भव्य समारोहों के जरिए स्पिरिचुअल टूरिज्म को बढ़ावा दे रहे हैं। उनका मानना है कि भारतीय संस्कृति और सनातन धर्म की गहराई और मूल्य पूरी दुनिया को प्रेरित कर सकते हैं।
दुबई में भारतीय संस्कृति का अलख
दुबई में होने वाला “ग्लोबल स्पिरिचुअल फेस्टिवल 2025” यह आयोजन न केवल भारतीय परंपराओं को बढ़ावा देगा, बल्कि सनातन धर्म के विचारों और मूल्यों को भी दुनियाभर में प्रचारित करेगा। योग, ध्यान, और सांस्कृतिक प्रस्तुतियों के जरिए भारतीय संस्कृति की अनूठी झलक पेश की जाएगी।
प्रवासी भारतीयों और उद्योगपतियों की भागीदारी
यह फेस्टिवल प्रवासी भारतीयों और उद्योगपतियों को एक मंच प्रदान करेगा, जहां वे भारतीय संस्कृति से जुड़ाव महसूस करेंगे। इसके साथ ही, यह आयोजन भारत के आध्यात्मिक और सांस्कृतिक प्रभाव को वैश्विक स्तर पर मजबूत करेगा।
सद्गुरु का संदेश
सद्गुरु ब्रह्मेशानंदाचार्य ने कहा, “यह आयोजन सिर्फ एक फेस्टिवल नहीं, बल्कि भारतीय संस्कृति को दुनियाभर में पहचान दिलाने का एक प्रयास है। हमारी सभ्यता और धर्म में जो गहराई और समृद्धि है, वह पूरी दुनिया के लिए प्रेरणा का स्रोत बन सकती है।”
अब सबकी निगाहें दुबई में होने वाले इस ऐतिहासिक आयोजन पर हैं, जो भारतीय संस्कृति का परचम दुनियाभर में लहराने का वादा करता है।