कोटा, राजस्थान : अगर आप सोचते हैं कि सफलता सिर्फ किस्मत से मिलती है, तो डॉ. मानव आहूजा की कहानी को सुनकर आपका नजरिया बदल जाएगा। कभी दुबई की सड़कों पर 48 डिग्री की तपती गर्मी में मार्केटिंग करते हुए संघर्ष करने वाले डॉ. आहूजा आज इंटरनेशनल बिजनेस गुरु बन चुके हैं। उनका सफर एक सच्ची प्रेरणा है, जो बताता है कि अगर मेहनत और समर्पण हो, तो कोई भी मुश्किल बड़ी नहीं होती।
दुबई में संघर्ष का दौर
2004 में जब डॉ. आहूजा दुबई पहुंचे, तो वहां की गर्मी ने उनका सारा दम निकाल दिया था। 48 डिग्री तापमान में मार्केटिंग करना, नए-नए ग्राहकों से मिलना, और बिजनेस के बारे में सीखना—यह सब कुछ आसान नहीं था। कई बार तो उन्हें खुद के इलाज के लिए पैसे भी नहीं थे। लेकिन उनकी मेहनत और कभी हार न मानने की भावना ने उन्हें रुकने नहीं दिया।
अपने सपनों को पूरा करने की जिद
डॉ. आहूजा का सपना था कि वे एक दिन खुद का बड़ा बिजनेस खड़ा करेंगे और दुनियाभर में पहचान बनाएंगे। हालांकि, दुबई में शुरुआती दिनों में बहुत संघर्ष किया, लेकिन उन्होंने कभी हार नहीं मानी। वे दिन-रात काम करते रहे और धीरे-धीरे खुद को साबित किया। यही कारण है कि आज वे TPEG इंटरनेशनल LLC के संस्थापक और सीईओ हैं, जो दुनियाभर में व्यापारियों को ग्लोबल मार्केट में अपनी पहचान बनाने में मदद कर रहे हैं।
अब इंटरनेशनल बिजनेस गुरु
आज डॉ. आहूजा न केवल बिजनेस की दुनिया में एक बड़ा नाम बन चुके हैं, बल्कि उन्होंने अपनी कंपनी के जरिए हजारों व्यापारियों को ग्लोबल ब्रांड बनाने में मदद की है। वे अब इंटरनेशनल मार्केटिंग, एक्सपोर्ट और बिजनेस स्ट्रेटेजी के विशेषज्ञ बन चुके हैं। उनका मानना है कि अगर सही दिशा में काम किया जाए, तो कोई भी बिजनेस कभी भी ग्लोबल बन सकता है।
राजस्थान में आ रहे हैं डॉ. आहूजा
डॉ. आहूजा का यह सफर अब और भी दिलचस्प मोड़ लेने जा रहा है। वे राजस्थान के कोटा में एक लाइव सेमिनार आयोजित करने जा रहे हैं, जहां वे व्यापारियों को इंटरनेशनल बिजनेस के बारे में बताएंगे। इस सेमिनार में व्यापारियों को ग्लोबल मार्केटिंग, एक्सपोर्ट की सही रणनीतियां और बिजनेस को इंटरनेशनल स्तर पर ले जाने के तरीके सिखाए जाएंगे।
यह कहानी हमें यह सिखाती है कि जीवन में चाहे कितनी भी कठिनाइयाँ आएं, अगर हमारी मेहनत सही दिशा में हो, तो हम किसी भी मंजिल तक पहुंच सकते हैं। डॉ. मानव आहूजा की तरह आप भी अपने सपनों को हकीकत में बदल सकते हैं!