अमेरिकी वित्त मंत्री जेनेट येलेन ने निगाता (जापान के समुद्र तट पर एक बंदरगाह शहर) में आयोजित सम्मेलन में भाग लेते हुए बताया कि अमेरिका की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था में राष्ट्रीय ऋण पर गतिरोध को लेकर भरोसा बहाल करने की आवश्यकता होगी। इस बैठक में दुनिया के सात अमीर देशों के नेता शामिल हैं। बाइडेन विवादों के बीच निरंतर अपनी अर्थव्यवस्था को संभालने का प्रयास कर रहा है।
अमेरिका अपने बढ़ते कर्ज को लेकर चिंतित है। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के नेतृत्व में कोविड-19 महामारी के बाद से शुरू हुए उनके प्रथम सात महीनों में समस्याओं से लड़ने की कोशिश कर रहे हैं। बाइडेन विवाद के बीच निरंतर अपनी अर्थव्यवस्था को संभालने का प्रयास कर रहा है।
अमेरिकी अर्थव्यवस्था में अधिकतम दिक्कत अब वृद्धि के चलते हो रही है। लेकिन बाइडेन प्रशासन ने लगातार बढ़ते खर्चों की वजह से वित्तीय जटिलत
यह समझने के लिए महत्वपूर्ण है कि दुनिया की अर्थव्यवस्था पर अमेरिका का असर बहुत बड़ा है। यदि अमेरिका के ऋण सीमा को लेकर गतिरोध बढ़ता है तो इससे दुनिया भर में आर्थिक संकट उत्पन्न हो सकता है। इसीलिए अमेरिकी वित्त मंत्री जेनेट येलेन ने दुनिया को भरोसा दिलाया है कि अमेरिका इस मुश्किल समय से बाहर निकलने के लिए सक्रिय रूप से काम कर रहा है।
जेनेट येलेन ने निगाता में अपने बयान में इस बात को भी कहा है कि दुनिया के अन्य देशों को अमेरिका का समर्थन चाहिए। उन्होंने यह भी बताया कि अमेरिका के डिफॉल्ट होने का खतरा है लेकिन यह समझना भी महत्वपूर्ण है कि अमेरिका डिफॉल्ट नहीं होगा क्योंकि यह दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है और उसे संभालने के लिए आवश्यक कदम उठाए जाएंगे।
इसके अलावा, जेनेट येलेन ने दुनिया को यह भी बताया कि अमेरिका विश्व वाणिज्य संगठन (WTO) की संस्थाओं को सक्रिय रूप से समर्थन कर र